तुम्हारे न होने का अहसास ,
तुम्हारे होने के एहसास से कहीं बेहतर है,
उसमें कम से कम,
बिछड़ जाने का डर तो नहीं है,
सुकून है तुम्हारे न होने में,
क्योंकि जब तुम होते हो,
तो भी कहाँ होते हो,
एक सुकून सा देता है,
तुम्हारा न होना,
सत्य असहनीय होता है ,
मुझे पसंद है,
कल्पनाओ की स्वछंद उड़ान ,
तुम्हारे न होने पर भी,
होने का गुमान।
तुम्हारे होने के एहसास से कहीं बेहतर है,
उसमें कम से कम,
बिछड़ जाने का डर तो नहीं है,
सुकून है तुम्हारे न होने में,
क्योंकि जब तुम होते हो,
तो भी कहाँ होते हो,
एक सुकून सा देता है,
तुम्हारा न होना,
सत्य असहनीय होता है ,
मुझे पसंद है,
कल्पनाओ की स्वछंद उड़ान ,
तुम्हारे न होने पर भी,
होने का गुमान।